Sunday, February 14, 2010

रितिक रोशन पहले हकलाते थे। हकलाना शर्म की बात नहीं

मुंबई। आज पर्दे पर धड़ल्ले से डायलॉग बोलने वाले बॉलीवुड के सुपरस्टार ऋतिक रोशन बचपन में हकलाते थे। वो एक लाइन साफ नहीं बोल पाते थे। उनकी बातें लोगों को समझ में नहीं आती थीं।
फराह खान के टीवी शो तेरे-मेरे बीच में में ऋतिक ने खुद ये खुलासा किया कि वे आज भी एक घंटे रोज स्पीच थेरेपी लेते हैं, जिससे कि वो दोबारा हकलाना ना शुरू कर दें। ऋतिक ने बताया कि डॉक्टर ने उनसे कहा था कि तुम कभी एक्टर नहीं बन पाओगे। तुम 21 साल के हो, कुछ और क्यों नहीं करते।
ऋतिक जब छह साल के थे तभी उन्हें एहसास हो गया कि वो हकलाते हैं। उनकी जिंदगी में कई बार शर्मिंदगी भरे पल आए, जब वो किसी को अपनी बात नहीं समझा पाते थे। यहां तक कि वो ये भी नहीं बोल पाते थे कि वो एक्टर बनना चाहते हैं।
ऋतिक को कभी डॉक्टरों ने ये भी साफ कह दिया था कि वो पूरी जिंदगी में कभी डांस नहीं कर सकते क्योंकि बचपन में ऋतिक की पीठ में डिस्क प्रॉब्लम थी। उनका ज्यादातर वक्त बिस्तर पर ही बीतता था। ऋतिक के मुताबिक हकलाने की आदत दूर करने के लिए उन्होंने अपनी जुबान और जबड़े के बीच संतुलन साधना शुरू किया।
इस बारे में ऋतिक ने बताया कि जब मैं एक टीनएजर हुआ तो मैंने तय कर लिया था कि मुझे एक्टर बनना है और मैंने अपनी कमजोरी पर काम करना शुरू कर दिया। मैं किसी अक्षर पर ना अटक जाऊं इसके लिए मैंने A से Z तक के अक्षरों को अलग-अलग तरीकों से पढ़ना शुरू किया। मुझे याद है एक बार, मैंने 36 घंटे तक एक वाक्य को साफ बोलने की प्रैक्टिस की जिससे मैं अपने कुक को बिना अटके ये बता सकूं कि मुझे खाने में क्या चाहिए। ऋतिक की पहली फिल्म कहो ना प्यार है की रिलीज के बाद एक अवॉर्ड फंक्शन में उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
ऋतिक ने बताया कि जब मुझे दुबई में हुए एक अवॉर्ड फंक्शन में बेस्ट डेब्यू का अवॉर्ड मिला तो मैं अपनी स्पीच में आई लव यू दुबई कहना चाहता था। मगर मैं दुबई शब्द ठीक से नहीं बोल पा रहा था। मैं अपने होटल के कमरे में इसकी प्रैक्टिस करना चाहता था लेकिन मुझे ये चिल्ला कर बोलना था इसलिए मैं ये अपने कमरे में नहीं कर सकता था। होटल के उस कमरे में एक बड़ी अलमारी थी। मैंने खुद को उस अलमारी में बंद किया और वहां दुबई बोलने की प्रैक्टिस की। आखिरकार मैंने अवॉर्ड फंक्शन में ये वाक्य बिना अटके कह डाला।
ऋतिक ने बताया कि आज भी रात को सोने से पहले एक घंटे स्पीच थेरेपी लेते हैं ताकि उनका आत्मविश्वास बना रहे। हाल ही में उन्होंने एक स्पीच थेरेपी इंस्टीट्यूट खोला है, ताकि उनके जैसे लोगों को मदद मिल सके।
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2 comments:

  1. thanks hritik from today i will stat for my weakness

    rahul

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  2. hritik aapka speech therephy centre kaha par hai mujhe bhi apna ilaj karwana hai.

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